
राइजिंग न्यूज़/रतलाम रतलाम में जिला दूध उत्पादन संघ की मीटिंग का आयोजन शहर के प्राचीन कालिका माता मन्दिर पर हुआ । जिसमे जिले के ग्रामीण इलाको से पशु पालक जो कि दूध उत्पादन का कार्य भी करते है वह बैठक मे शामिल हुए । यह बैठक दूध उत्पादकों ने दूध के भाव बढ़ाने के लिए रखी गयी थी और सभी उत्पादकों ने अपने अपने विचार रखे और कहा कि आज के दौरे मे महंगाई को देखते हुए दूध उत्पादकों दूध के भाव बढ़ाना मजबुरी बन गयी है क्यो की पिछले कुछ महीनों से महंगाई चरम स्तर पर पहुँच गई है । जिसके कारण आज के समय में पशु पालन करना एक चुनौती बन गया है, पशु पालन करना लोहे के चने चबाने के जैसा हो गया है । पशुओ के खाने की वस्तुये, जैसे, खली, कपास, ज्वार, बाजरा, चुरी, चारा, सुक्ला, खारिया जैसी चीजों की कीमते आसमान छु रही है और पशु से प्राप्त दूध का मूल्य स्थिर ही बना हुआ है ।
जिस तरह पशु के खाने पीने की वस्तुओ के दाम बढ़ रहे हैं, उस अनुपात में दूध के भाव नहीं बढ़ रहे है । पशुओ के खाने पीने की सामग्री के साथ ही पशु की कीमतों में भी दो गुनी से तिगुनी बढ़ोतरी हो गई है परंतु दूध की कीमत नहीं बढ़ रही हैं । पशुओ को पालना एक टेढ़ी खीर बनता जा रहा है अगर दूध का मूल्य नही बढ़ाया गया तो आने वाले समय में पशु पालन करना बेहद कठिन कार्य हो जायेगा, इस प्रकार की कठिनाई को देखते हुए, ग्रामीण क्षेत्रों के दूध उतपादक किसानो ने दूध के भाव में वर्तमान मूल्य से पाँच रूपये अधिक भाव पर दूध बेचने का निर्णय लिया गया है । शासन प्रशासन से सभी ग्रामीण किसान ने दूध एक लीटर पर पांच रूपये बढ़ाने का अनुरोध किया है, ताकि किसानो को पशु पालन मे थोड़ी राहत मिल सके ।
दूध उत्पादकों ने कहा कि सांची, अमूल, मदर डेरी जैसी कंपनियों ने भी दूध के मूल्य बढ़ा दिए है इसलिए अब दूध उत्पादक किसानो ने भी ये तय किया है कि 5 रु प्रति लीटर की बढ़ोतरी की जाएगी।
जिला दूध उत्पादक संध ने मीटिंग के दौरान चुनाव भी सम्पन्न कराए । जिस मे सर्वसम्मति से अध्यक्ष पद के लिए ईश्वर लाल गुर्जर ( सागोद ) को अध्यक्ष के पद पर चुना गया ।